अगर आप गरीब घर में पैदा हुए है तो यह आपकी गलती नहीं है, लेकिन अगर आप गरीब ही मर जाते हैं तो निश्चित ही यह आपकी गलती है। जी हाँ, यह कथन है सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स का।
आज बिल गेट्स को कौन नहीं जानता, अपनी कड़ी मेहनत और सोचने का अलग ढंग के कारण न सिर्फ प्रसिद्धी पाई बल्कि आज प्रत्येक युवाओं के लिए गेट्स एक प्रेरणास्रोत है।
आज हम बिल गेट्स बायोग्राफी इन हिंदी के बारे में बताने जा रहे है कि कैसे उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी
बिल गेट्स का जन्म 28 अक्टूबर 1955 को वाशिंगटन के सिएटल (Seattle) शहर में हुआ और इनका पूरा नाम विलियम हेनरी गेट्स है। बिल गेट्स के पिता का नाम विलियम एच गेट्स था, जो पेशे से एक महशूर वकील थे और इनकी माता मैरी मैक्सवेल गेट्स थी, जो यूनाइटेड अंतरराज्य बैंक प्रणाली में बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर के पद पर थी।
गेट्स के परिवार में इनके माता-पिता के अलावा दो बहने भी हैं, जिनका नाम क्रिस्टी और लिब्बी है। बिल गेट्स की माता का बच्चों की सफलता में बहुत बड़ा योगदान है। बिल गेट्स की माता बच्चों को पढ़ाना बहुत पसंद करती थी और बच्चों को पढ़ाने के लिए बच्चों को पूरा समय दिया करती थी। इसके बच्चों के कैरियर बनाने के अलावा भी बच्चों को सामाजिक मतभेदों को दूर करने के लिए भी प्रोत्साहित करती थी।
एक समाज सेविका के रूप में दान पुण्य कराना भी उन्हें अच्छा लगता था। यहां तक कि बिल गेट्स की माता बिल गेट्स को भी कई बार बचपन में समाजसेवा के कार्यो के लिए अलग-अलग स्कूल और संस्थानों में ले जाया करती थी।
1989 में गेट्स की मुलाकात फ़्रांस की रहने वाली मेलिंडा फ्रेंच से हुई। मेलिंडा उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में एक कर्मचारी के रूप में कार्यरत थी। जब गेट्स ने पहली बार मेलिंडा को देखा था तो उसे पसंद कर लिया था।
बिल गेट्स का विवाह 1 जनवरी 1994 में मेलिंडा से हुआ। 1996 के बाद इनके तीन बच्चे हुए, जिनमें एक लड़का और दो लड़कियां हैं। इनका नाम जेनिफर कैथेराइन गेट्स (1996), फोएबे अदेले गेट्स (2002) और लड़के का नाम रोरी जॉन गेट्स (1999) हैं।
गेट्स अपने परिवार के साथ वाशिंगटन के मेडिना में अपने सुन्दर मकान में रहते हैं, जिसकी कीमत लगभग 1250 लाख डॉलर हैं। बिल गेट्स की नेट वर्थ 110 अरब डॉलर (करीब 7.89 लाख करोड़ रुपये) हैं।
बिल गेट्स शिक्षा
बिल गेट्स भले ही आम बच्चों की तरह थे, लेकिन वे कई मामलों में अन्य बच्चों से अलग थे। बचपन से ही बिल गेट्स पढ़ने लिखने में बहुत ज्यादा तेज थे। वे पढ़ने के भूखे थे, आज भी बिल गेट्स को पढ़ना बहुत ही पसंद है। यह कहते हैं कि 1 साल में बिल गेट्स 50 किताबें पढ़ सकते हैं। अपने स्कूल के समय में काफी ज्यादा होशियार थे। लेकिन बहुत जल्दी ही वे पढ़ाई में बोर भी हो जाते थे। जिस कारण इनके माता-पिता को चिंता होने लगी थी कि कहीं बिल गेट्स अकेले ना पड़ जाए।
बिल गेट्स के माता-पिता को अन्य बच्चों के माता-पिता की तरह इनके बारे में चिंता सताने लगी, जिस कारण उन्होंने बिल गेट्स को सार्वजनिक शिक्षा देने के लिए 13 साल के उम्र में Seattle Lakeside School में दाखिला करा दिया। हालांकि बिल गेट्स सभी विषयों में अच्छे थे, लेकिन इन्हें
स्कूली दिनों में ही बिल गेट्स को कंप्यूटर के प्रति रुचि जागृत हुई। Lakeside School में पढ़ने के दौरान एक Seattle Computer Company द्वारा बच्चों को कंप्यूटर सीखने और जानने के लिए कंप्यूटर दिया गया। इसी समय बिल गेट्स ने सबसे पहले कंप्यूटर को छुआ उन्होंने कंप्यूटर के बारे में बहुत कुछ जाना और और भी ज्यादा कंप्यूटर को जानने के बारे में उनके अंदर रुचि जागते गई।
बिल गेट्स और इनके दोस्त एलन में कई बार बहस हो जाती थी कि इन दोनों में कंप्यूटर चलाने में कौन ज्यादा अच्छा है। जिस कारण बहुत बार कंप्यूटर लैब में घंटों कंप्यूटर चलाते हुए पूरा दिन बिता दिया करते थे। यहां तक कि वे अपने बहस और अपने आपको कंप्यूटर में माहिर बताने के लिए दोनों कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर के साथ भी छेड़खानी करते थे।
जिस कारण स्कूल के कंप्यूटर सेंटर कॉरपोरेशन द्वारा उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया। लेकिन बाद में स्कूल के एक प्रोग्राम से एरर निकालने के शर्त पर दोबारा इन दोनों को लैब में आने की अनुमति दे दी गई। बिल जब अपनी स्कूल में 8वीं क्लास में थे तो इनके स्कूल ने ऐएसआर-33 दूरटंकण टर्मिनल तथा जनरल इलेक्ट्रिक (जी.ई.) कंप्यूटर पर एक कंप्यूटर प्रोग्राम खरीदा। इसमें इन्होंने अपनी रूची दिखाई।
गेट्स ने अपना पहला कंप्यूटर प्रोग्राम 13 वर्ष की आयु में लिखा, जिसकी मदद से आपको गेम खेलने के लिए किसी दुसरे शख्स की आवश्यकता नहीं होती थी, आप कंप्यूटर के साथ गेम खेल सकते थे।
DEC, PDP, Mini Computer नामक सिस्टमों में बिल गेट्स की बहुत ही रूची रही। लेकिन 1 महीने के लिए कंप्यूटर सेंटर कॉर्पोरेशन द्वारा इन्हेंने प्रतिबन्ध कर दिया गया। क्योंकि ये ऑपरेटिंग सिस्टम में गड़बड़ करते थे।
केवल 17 वर्ष की उम्र में ही इन्होंने और इनके मित्र ने एक Traf-O-Data Program बनाया, जो इंटेल 8008 प्रोसेसर (Intel 8008 Processor) पर आधारित था। यह Seattle city के Traffic को देखता था और उसे सुधारने की कोशिश करता था। इसके लिए उन्हें $20,000 दिए गये, जो कि बिल गेट्स की ज़िन्दगी की पहली कमाई थी।
1973 में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद गेट्स ने हावर्ड युनिवर्सिटी में दाखिला लिया, लेकिन यह अधिक समय तक नहीं चला। बिल गेट्स ने 2 वर्ष के भीतर ही कॉलेज बीच में छोड़ दिया।
इसके बाद में गेट्स ने Intel 8080 चिप का निर्माण किया। यह उस समय का पर्सनल कंप्यूटर के अन्दर चलने वाला सबसे वहनयोग्य चिप था। इस चिप के निर्माण के बाद बिल गेट्स ने अपनी स्वयं की कंपनी शुरू करने का विचार किया।
बिल गेट्स को MITS (Micro Instrumentation and Telemetry Systems) ने अपनी एक प्रदर्शनी में आने की इजाजत दी। MITS ने एक माइक्रो कंप्यूटर को बनाया था और बिल गेट्स ने अलटेयर एमुलेटर का निर्माण किया, जो एक मिनी कंप्यूटर के रूप में काम करने लगा।
कुछ समय के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने अपना अल्बुकर्क स्थित कार्यालय को बंद कर दिया और Bellevue, Washington में अपने नये Office खोले। बिल अपने कर्मचारियों के द्वारा लिखे कोड का खुद ही निरक्षण करते और खुद भी कोड लिखते। एक प्रसिद्ध Company IBM ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ काम करना चाहा।
गेट्स को इन सबके दौरान बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे सब ठीक होता गया। इसके बाद गेट्स सेटल कंप्यूटर प्रोडक्ट के साथ समझौता किया। फिर एकीकृत लाइसेंसिंग एजेंट और फिर 86-DOS के वह पूर्ण आधिकारिक बन गए। बाद में उन्होंने इसे आईबीएम को $80,000 के शुल्क पर PC-DOS के नाम से उपलब्ध कराया। फिर माइक्रोसॉफ्ट का उद्योग जगत में बहुत नाम मिल गया।
इन सबके बाद 1981 के बाद माइक्रोसॉफ्ट का गठन पुनः किया गया और इसके चेयरमैन और निदेशक मंडल के अध्यक्ष बिल गेट्स को बनाया गया। फिर माइक्रोसॉफ्ट ने माइक्रोसॉफ़्ट विंडोज़ के संस्करण दिए। बिल गेट्स ने 1976 से 2006 तक कई काम ऐसे किये, जिससे माइक्रोसॉफ्ट और भी कई ऊंचाइयों पर पहुंच गया।
2000 तक बिल गेट्स ने 29 बिलियन डॉलर केवल परोपकारी कार्यों हेतु दान में दे दिए और 2006 तक लोगों को इनसे बहुत उम्मीदें बढ़ गई। जिसे देखते हुए बिल गेट्स ने यह घोषणा कर दी कि वह माइक्रोसॉफ्ट में आंशिक रूप से काम करेंगे और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन पूर्ण रूप से काम करेंगे।
बिल गेट्स को उनके नेक और उत्कर्ष्ट काम के कारण कई बार समानित किया जा चुका है, जिनमें से कुछ निम्न है:
2002 में उनकी पत्नी मिलिंडा और बिल गेट्स को असहाय, गरीब और जरूरतमंद की मदद करने के साथ कई तरह के सामाजिक कार्यों के लिए उनको “जेफ़र्सन अवार्ड” से नवाजा गया था।
भारत में 2010 में बिल गेट्स और उनकी पत्नी मिलिंडा के द्वारा जरूरतमंद और गरीब की सहायता के लिए सम्पूर्ण भारत में चलाए जा रहे चैरिटी फाउंडेशन के लिए भारत द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
फ्रेंक्लिन इंस्टिट्यूट द्वारा 2010 में माइक्रोसॉफ्ट की सफलता और उनके द्वारा सामाजिक हित में किये गये कार्यों के लिए “बोवेर अवार्ड” से सम्मानित किया गया है।
बिल गेट्स द्वारा लिखित पुस्तकें
The Road Ahead (आगे की योजना), 1975
Business @ the Speed of Thought (बिजनेस @ द स्पीड ऑफ़ थॉट), 1999
How to prevent the next pendant 2022
बिल गेट्स की अन्य महत्वपूर्ण बातें
समाज के लोगों के स्वास्थ्य में वृद्धि करना, दुनिया भर में गरीबी को दूर करने के प्रयास करने के लिए बिल गेट्स ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर साल 2000 में “बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन” का निर्माण करवाया। यह फाउंडेशन आज दुनिया के सबसे बड़े फाउंडेशन ऐसे एक है।
कोविड-19 के दौरान अमेरिका के लोगों को इस महामारी में राहत देने के लिए बिल गेट्स वाशिंगटन सर को ₹50 करोड़ दान देने की घोषणा की और इनके फाउंडेशन ने दवा और टीका विकसित करने वालों के साथ मिलकर काम भी कर रही थी।
बिल गेट्स ने साल 2010 में फेसबुक के फाउंडर और सीईओ मार्क जुकरबर्ग और दुनिया के अमीर आदमी में से एक वारेन बफेट के साथ मिलकर एक समझौता किया, जिसके तहत वे अपने कमाई का आधा हिस्सा उन्हें दान दिया करेंगे।
बिल गेट्स को घर में प्यार से ट्रे (Trey) नाम से पुकारा जाता था।
गेट्स ने मात्र 13 वर्ष की उम्र में ही टिक-टैक-टो नाम का अपना पहला कंप्यूटर प्रोग्राम बना लिया था।
गेट्स को अपने जीवन का एक सबसे बड़ा अफ़सोस यह कि उन्हें कोई विदेशी भाषा नहीं आती।
बिल गेट्स को SAT Exam में 1590 अंक मिले थे। यह एग्जाम टोटल 1600 अंक का था, यह एग्जाम संयुक्त राज्य अमेरिका में कॉलेज प्रवेश के दौरान लिया जाने वाला टेस्ट है।