Narazgi Shayari in Hindi: प्यार में रूठना और मानना चलता रहता है इससे प्यार में मिठास आती है। लेकिन अधिक समय तक रूठे प्रेमी को मानना भी बहुत जरूरी होता है। नाराजगी भी वहीँ पर होती है, जहाँ पर प्यार अधिक होता है। यह किसी के भी बीच हो सकती है चाहे वो पति-पत्नी के बीच हो या प्रेमी-प्रेमिका।
यहाँ पर हम नाराजगी शायरी पर शायरी शेयर कर रहे हैं, जिन्हें आप अपने व्हाट्सएप या फिर किसी अन्य सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।
नाराजगी शायरी | Narazgi Shayari in Hindi
क्यों नाराज़ होते हो मेरी इन नादान हरकतों से,
कुछ दिन की ज़िन्दगी है,
फिर चले जाएंगे तुम्हारे इस जहाँ से
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naraz shayari
हमसे कोई खता हो जाए तो माफ़ करना
हम याद ना कर पाएं तो माफ़ करना
दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं
पर ये दिल ही रुक जाए तो माफ़ करना
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गलती तो सबसे होती है, हाँ मुझसे भी हो गयी
अब माफ़ भी कर दे मुझे, क्यों दूर इतना हो गई
एक गलती के लिए क्यों ऐसे साथ छोड़ गयी
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दोस्त की नाराजगी पर शायरी
फोन कर के रो रहा था मै उसको
सुनो तुम्हारी याद आ रही है
उसने फोन यह कह के काट दिया
सुनो तुम्हारी आवाज़ खराब आ रही है !
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तुम खफा हो गए तो कोई ख़ुशी ना रहेगी
तुम्हारे बिना चिरागो में रौशनी न रहेगी
क्या कहे क्या गुज़रेगी इस दिल पर,
ज़िंदा तो रहेंगे पर ज़िन्दगी ना रहेगी
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shayari on narazgi
वो पगली आज बरसो बाद मिली तो
गले लगकर खूब रोई में हल्का सा मुस्कुराया
और बोला तुम वही होना जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे तो हजारो मिलेंगे
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खता हो गयी तो फिर सजा सुना दो
दल में इतना दर्द क्यों है वजह बता दो
देर हो गई याद करने में ज़रूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो
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हम बेबस हैं बे-परवाह नहीं हम उदास हैं खफ़ा नहीं
कदर करते हैं दोस्तों की दिल से
हम जिंदगी में मजबूर तो हो सकते हैं लेकिन बेवफ़ा नहीं
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बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से
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नाराजगी शायरी 2 लाइन
Narazgi Shayari in Hindi
हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया
आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया
हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया
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लडाई कितनी भी हो हम
फिर भी तुमको मना सकते
है सोचा तुमसे बात करने
की फिर याद आता है तुमने
कहा था आप जा सकते है!
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कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे
मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे
नज़रे चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हम से!
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हिम्मत बहुत की है मैने तुम्हे
भुलाने की पर कम्बक्त इश दिल
से अव तक नही निकाल पाया हू
मै हा तुम्हे नही भूल पाया हूं मै !
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मुझे खुद से दूर कर किसी ओर को दिल
मै बसाया ही क्यो ओर अव ये तू ही सोच
हमारे बीच कोई तीसरा आया ही क्यो !
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नाराजगी शायरी हिंदी
वो रोए तो बहुत पर मुझसे मूह मोड़ कर रोए
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े
पता चला मेरे पीछे वो उन्हे जोड़ कर रोए !
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narazgi status
सुनो_ नादान सी मोहब्बत है हमारी निभा लेना!!
कभी तुम नाराज हुए तो हम झुक जाएंगे!! कभी हम नाराज रहे तो तुम सीने से लगा लेना!!
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हम रूठे भी तो किसके बहाने रूठे
कौन है जो आएगा हमें मनाने
हो सकता है तरस आ भी जाए आपको
पर दिल कहाँ से लाये आपसे रूठ जाने के लिए
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Read Also: प्यार में नाराजगी वाली शायरी
माना आजकल काम देता तुझे वक्त हूँ
Mana आजकल थोड़ा सा सख्त हूँ
माना तेरा हाल नहीं पूछ पाता
पर ये तुझसे कोई चोरी नहीं है
बस ये समझ ले तेरे बिना मेरी राते पूरी नहीं है
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narajgi shayari
वो रोए तो बहुत, पर मुझसे मूह मोड़ कर रोए
कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए
मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े
पता चला मेरे पीछे वो उन्हे जोड़ कर रोए
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कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे,
मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे
नज़रे चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी..
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे
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Narazgi Shayari in Hindi
निकाल दिए गए कुछ दिलों से,
उन्हें हमसे गीला भी नहीं,
और एक हम हैं के कबसे
ज़हेन में नाराजगी लिए बैठे हैं।
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तुम हँसते हो मुझे हंसाने के लिए
Tum रोते हो मुझे रुलाने के लिए
तुम एक बार रूठ कर तो देखो
मर जाएंगे तुम्हे मनाने के लिए
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वो कहते है कि हमें भूल जाओ….
कैसे भूलु में आपको कैसे भुलू में
आपकी हर बातों को, कैसे भुलू में आपका वो
नाराज़ होना कैसे भूलू में आपका यूं
मझे मनाना इतना आसान नहीं है,
हमें यूं आपको भूलना।।
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naraj shayari
कितना करीब थी तू मेरे जैसे सांसो में समायी हो,
एक दम से कैसे कह दिया कि तुम मुझे भूल जाओ
उस पल ऐसे लगा जैसे मेरी मौत आयी हो
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जब जब आँखें बंद होती है,
बस तू साथ होती है
तेरी यादो के तकिये पर
बस राते मेरी सोती है
अब आजा बात मान कर
याद तेरी बहुत तड़पती है
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बेशक किसी की गलती पर उससे
नाराज रहो मगर इतना भी नाराज़ मत हो जाओ
की वो इंसान को खुदसे ही नफरत हो जाए।।
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तू क्यों दूर है इतना मुझसे, तुझे चाहता हूँ मैं
पूरे दिल से सुन ले मेरी आरज़ू
तू ही मेरी जान है, तू ही सारा जहाँ है
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जैसे मैं तुम्हारी हर नाराजगी समझता हूं,
काश वैसे हीतुम मेरी सिर्फ एक मजबूरी समझते।
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