इस लेख में कुमार गौरव सर बायोग्राफी के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिसमें कुमार गौरव सर कौन है, उनकी शिक्षा, उनके द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड्स आदि के बारे में चर्चा करेंगे।
भारत में बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी और इंटरनेट के विस्तार और विकास के साथ ही अनेक सारे नए-नए स्टार्टअप शुरू हुए हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रखते हैं।
भारत में सदियों से चली आ रही शिक्षा प्रणाली अब बदल रही है। अब इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन ही बच्चे घर बैठे पढ़े सकते है और बच्चे घर बैठे ही ऑनलाइन कोचिंग के जरिए पढ़ सकते हैं।
यदि कोई शिक्षक पहले के समय में अच्छा पढ़ाया करता था तो केवल उनके स्थानीय लोग ही जानते थे। लेकिन आज के समय में शिक्षण संस्थान और कोचिंग सेंटर ऑनलाइन हो चुके हैं।
ऐसे में जो शिक्षक ऑनलाइन पढ़ाते हैं, उनमें से जो भी शिक्षक अच्छे होते हैं, अच्छे पढ़ाते हैं, अलग ज्ञान होता है, वे संपूर्ण भारत के विद्यार्थियों के बीच प्रसिद्ध हो जाते हैं।
ऐसे ही एक शिक्षक गौरव कुमार के बारे में हम आपको बताने वाले हैं। जिन्होंने अपने पढ़ाने के तरीके और अपने ज्ञान के बदौलत भारत के विद्यार्थियों के बीच प्रसिद्ध हो गए हैं।
कुमार गौरव को भारत के लाखों विद्यार्थी जानते हैं क्योंकि वे भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में से एक उत्कर्ष क्लासेस जोधपुर के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक हैं, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं।
इसलिए स्थानीय ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारत के छात्र भी जानते हैं। वे अपने पढ़ाने के तरीके और अपने ज्ञान के लिए जाने जाते हैं। इस लेख में कुमार गौरव सर का जीवन परिचय विस्तार से जानते हैं।
कुमार गौरव सर का जीवन परिचय (Kumar Gaurav Sir Biography in Hindi)
नाम | कुमार गौरव |
जन्म और जन्मस्थान | 18 जुलाई 1994, जोधपुर (राजस्थान) |
शिक्षा | B.A. |
कॉलेज | एस.एस जैन सुबोध पीजी कॉलेज |
पेशा | शिक्षक, यूट्यूबर |
विषय | जीके, करंट अफेयर्स |
जाति (caste) | – |
भाषा | हिंदी, अंग्रेजी और राजस्थानी |
कुमार गौरव का जन्म परिचय
कुमार गौरव का जन्म जोधपुर के राजस्थान में 18 जुलाई 1994 को हुआ। कुमार गौरव हिंदू धर्म से ताल्लुक रखते हैं। कुमार गौरव के पिता आर्मी में ऑफिसर थे, लेकिन उनके परिवार की स्थिति मध्यम थी।
इस वजह से उन्हें अनेक सारी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। कुमार गौरव अब वह एक शिक्षक और यूट्यूबर है, जो ऑनलाइन पढ़ाते हैं।
वे पहले से ही ऑफलाइन कोचिंग देते हैं, जिसमें खास तौर पर जीके से संबंधित पढ़ाया करते हैं।
उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई जोधपुर से ही की, जिसके बाद उन्होंने b.a. की डिग्री एस.एस जैन सुबोध पीजी कॉलेज से प्राप्त की।
वे अपनी प्राथमिक शिक्षा के दौरान सभी बच्चों में हमेशा टॉप रहा करते थे तथा उच्च शिक्षा के दौरान वे बच्चों को कोचिंग भी दिया करते थे। कुमार गौरव “गोल्ड मेडलिस्ट” रह चुके हैं, यह बात बहुत ही कम लोग जानते होंगे।
कुमार गौरव और उत्कर्ष क्लासेस
kumar gaurav sir सबसे पहले एक छात्र के रूप में उत्कर्ष क्लासेज में गये थे, जिसके बाद वे उसी उत्कर्ष क्लासेज के शिक्षक बन गए। हालांकि इस बीच उन्हें काफी समय लगा।
जब वे छात्र थे तभी वे ऑफलाइन तरीके से कभी कभी पढ़ाया करते थे। इस बात की जानकारी उत्कर्ष क्लासेज को लगी तो उन्होंने देखा कि वास्तव में वे काफी अच्छा पढ़ाते हैं। इसलिए उन्होंने कुमार गौरव को शिक्षक के रूप में पढ़ाने हेतु जोड़ दिया।
इसके बाद कुमार गौरव उत्कर्ष क्लास में अध्यापक के अलावा कंटेंट राइटर के रूप में भी लंबे समय तक कार्य किया। उत्कर्ष क्लासेज के सबसे होशियार और प्रभावशाली छात्रों की सूची में कुमार गौरव शामिल थे।
कुमार गौरव ने अपने पढ़ाने के हुनर और अपने उत्कृष्टता से ही उत्कर्ष क्लासेस के संस्थापक निर्मल निर्मल गहलोत का दिल जीत लिया था।
निर्मल गहलोत व कुमार गौरव अब घनिष्ठ मित्र है, उन्हें कई बार साथ में देखा जाता है। एक समय जब उत्कर्ष क्लासेस में टीचर की कमी थी, तब निर्मल गहलोत काफी चिंतित हो गए थे।
ऐसे समय में कुमार गौरव ने निर्मल गहलोत को अपने शिक्षक रुप के बारे में बताया और उन्होंने अपने ज्ञान का परिचय दिया।
निर्मल गहलोत को बच्चों की तरह पढ़ा कर बताया तब निर्मल गहलोत ने कुमार गौरव को पहली बार में ही सेलेक्ट कर दिया था, उन्हें कुमार गौरव द्वारा पढ़ाए जाने के तरीके और व्यवहार तथा उनके ज्ञान की अनुभूति हुई।
वर्ष 2019 में कुमार गौरव ने उत्कर्ष क्लासेस में करंट अफेयर की कक्षाएं लेनी शुरू की। तभी से लेकर आज तक करंट अफेयर्स और जीके से संबंधित सभी तरह की क्लास लेते हैं।
निर्मल गहलोत ने कुमार गौरव को काफी सहयोग और सपोर्ट किया तथा उन्हें लगातार अपनी रुचि अनुसार पढ़ाते रहने हेतु आग्रह किया।
इस पर कुमार गौरव आगे बढ़ते रहे और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस दौरान उन्होंने अनेक सारे प्लेटफार्म पर सोशल मीडिया के जरिए तथा ऑफलाइन हर तरह की कक्षाएं लगाई।